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भारतीय शेयर बाजार का इतिहास

भारतीय शेयर बाजार का इतिहास भारतीय शेयर बाजार का आरंभ (1850-1900) स्थापना:भारतीय शेयर बाजार का इतिहास 19वीं सदी में शुरू हुआ। 1875 में, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की स्थापना की गई, जो एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है।

  • प्रमुख कंपनियां: शुरुआती समय में कंपनियां मुख्य रूप से कपड़ा, चाय, और जूट उद्योग से जुड़ी थीं।
  • महत्वपूर्ण घटना: भारत में पहली बार शेयर कारोबार बॉम्बे में एक बरगद के पेड़ के नीचे शुरू हुआ।

2. औपनिवेशिक काल और आजादी से पहले (1900-1947)

 

  • औपनिवेशिक निवेश: ब्रिटिश शासन के दौरान रेलवे, टेलीकॉम और प्लांटेशन से जुड़े शेयरों का प्रचलन बढ़ा।
  • भारतीय कंपनियों का उदय: टाटा ग्रुप, बिरला ग्रुप जैसी भारतीय कंपनियों ने निवेशकों का ध्यान खींचा।
  • महत्वपूर्ण घटना: 1929 के वैश्विक आर्थिक मंदी का भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

3. आजादी के बाद का दौर (1947-1990)

  • सरकारी नियंत्रण: 1950 और 1960 के दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था पर सरकारी नियंत्रण बढ़ गया।
  • SEBI की स्थापना: 1988 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की स्थापना की गई। इसका उद्देश्य बाजार को पारदर्शी और सुरक्षित बनाना था।
  • महत्वपूर्ण घटना: 1980 के दशक में, डी-मैट (Demat) शेयर का कांसेप्ट शुरू हुआ।

4. उदारीकरण और ग्लोबलाइजेशन का दौर (1991-2000)

  • आर्थिक उदारीकरण: 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था के खुलने के बाद विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में दिलचस्पी दिखानी शुरू की।
  • NSE का आगमन: 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की स्थापना की गई।
  • तकनीकी विकास: शेयरों की ट्रेडिंग कंप्यूटरीकृत हो गई और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल शुरू हुआ।

5. नई सदी का दौर (2000-2020)

  • बूम और बस्ट: आईटी बूम के दौरान भारतीय शेयर बाजार में तेजी आई, लेकिन 2008 के ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस का गहरा प्रभाव पड़ा।
  • Sensex और Nifty: सेंसेक्स और निफ्टी भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख सूचकांक बन गए।
  • महत्वपूर्ण घटनाएं: 2016 में, नोटबंदी और GST लागू होने से बाजार में बड़े बदलाव हुए।

6. कोविड-19 और वर्तमान समय (2020 से आगे)

  • कोविड प्रभाव: 2020 में कोविड महामारी के कारण बाजार में अस्थिरता देखी गई, लेकिन 2021 में तेजी से रिकवरी हुई।
  • डिजिटल युग: छोटे निवेशकों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने शेयर बाजार को और अधिक सुलभ बनाया।
  • नए ट्रेंड्स: IPO में निवेशकों का बढ़ता रुझान और  प्रभाव।

7. भारतीय शेयर बाजार की प्रमुख विशेषताएं

  • Sensex और Nifty: सेंसेक्स में 30 प्रमुख कंपनियां और निफ्टी में 50 कंपनियां शामिल हैं।
  • संबंधित उद्योग: बैंकिंग, IT, फार्मा, FMCG और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के शेयर सबसे ज्यादा प्रचलित हैं।
  • निवेशक का वर्ग: भारतीय बाजार में खुदरा, संस्थागत और विदेशी निवेशकों का मिश्रण है।

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